
रोजाना इंदौर से उज्जैन जाने वाले लोगों के लिए अच्छी खबर है क्योंकि वे सुविधा के साथ बहुत ही कम समय में अपने सफर को पूरा कर पाएंगे। आपको बता दें मध्य प्रदेश में अब फिर से एक और नया फोरलेन रोड का निर्माण होने वाला है जिसके लिए सरकार की तैयार जोरो सोरो से चल रही है। 48 किलोमीटर लम्बे ग्रीन फील्ड फोरलेन को बनाने के लिए सर्वे का काम शुरू होने वाला है।
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क्या है यह परियोजना?
सरकार इंदौर-उज्जैन के बीच नया फोरलेन हाईवे बनाने के लिए इस परियोजना को शुरू कर रही है। आपको एक ख़ास बात बताएं सरकार का इस प्रोजेक्ट को शुरू करने का मुख्य लक्ष्य निर्धारित है, जो कि साल 2028 में उज्जैन में लगने वाले सिहंस्थ कुम्भ मेला है। यानी के इस मेले के शुरू होने से पहले सड़क का निर्माण पूरा किया जाएगा।
परियोजना में लगेंगे 1,370 करोड़ रूपए
इस परियोजना को पूरा करने के लिए सरकार द्वारा 1370 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे जिसके तहत उज्जैन में सिहंस्थ बायपास से इंदौर के हातोद क्षेत्र के पितृ पर्वत के पास तक सड़क का निर्माण किया जाएगा। बता दें यह सड़क 25 गांव से होकर जाएगी इसमें 6 गांव इंदौर में आते हैं और 19 गांव उज्जैन में शामिल हैं। इन सभी गांव से 225 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा।
सर्वे प्रक्रिया जारी
प्रोजेक्ट का काम शुरू करने से पहले अभी सड़क पर सर्वे किया जा रहा है। इस सर्वे में रास्तों में पेड़, इमारत और पानी के स्रोत कहां कहां पर है ये पता किया जा रहा है। फिर कानून रूप से जमीन को ख़रीदा जाएगा। इसके बाद जिन किसानों की जमीन है उसका खसरा नंबर और आवश्यक कागजात दिखाए जाएंगे।
DPR कब बनेगी?
आपको बता दें सड़क की पूरी योजना अर्थात डीपीआर को बारिश के मौसम में ही बनाया जा रहा है। सड़क पर काम होने से पहले सरकार प्रोजेक्ट के बारे में लोगों से राय और सुझाव मांगेगी। क्योंकि बाद में ये ना हो कि कार्य के बीच में लोग अपनी आपत्तियां दिखाएं।