
उत्तर प्रदेश उद्यान विभाग द्वारा किसानों को फलदार पौधे, सब्जी व मसाला की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, विभाग की ओर से अनुदान के रूप में अच्छी किस्म के बीज, पौधे, जैविक खाद किसानों को उपलब्ध कराई जा रही है, और साथ ही समय-समय पर प्रशिक्षण देकर भी किसानों को बेहतर उपज के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
12,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से अनुदान
विभाग के अनुसार किसानों को अनुदान के रूप में 12,000 रुपये प्रति हेक्टेयर की दर से बीज, जैविक खाद, जैविक और अन्य सामग्री दी जाती है, यह अनुदान शासन के निर्देशानुसार फसल की जरुरत के हिसाब से दिया जाता है, विशेष रुप से सब्जियों की खेती के लिए किसानों को 10,000 रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान दिया जा रहा है।
सब्जियों और फूलों की खेती
वर्ष 2024-25 में सब्जी की खेती के लिए 125 हेक्टेयर क्षेत्रफल का लक्ष्य रखा गया है, वर्ष 2025-26 में इस लक्ष्य को बढ़ाकर 100 हेक्टेयर और करने की योजना है, वहीं फूलों की खेती (Flower Cultivation) के लिए भी विभाग ने तैयारी की है, वर्ष 2024-25 में 25 हेक्टेयर क्षेत्रफल पर खेती का लक्ष्य रखा गया है।
मसाला उत्पादन का लक्ष्य
उद्यान विभाग के आंकड़ों के अनुसार वर्ष 2024-25 में मसाला आधारित उत्पादन को लेकर 300 हेक्टेयर भूमि पर खेती का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जबकि गत वर्ष केवल चार हेक्टेयर क्षेत्रफल पर मसाला खेती के लिए अनुदान मिला हुआ था, इसी तरह फलदार पौधों के लिए भी 300 हेक्टेयर क्षेत्रफल का लक्ष्य रखा गया है, इससे स्पष्ट है कि विभाग इस दिशा में बड़े स्तर पर काम कर रहा है।
गेंदा और अन्य फसलें
गेंदे की खेती के लिए छह हेक्टेयर क्षेत्रफल का लक्ष्य है, उद्यान विभाग किसानों की आय बढ़ाने के लिए अनेक योजनाएं चला रहा है, ज्यादा से ज्यादा किसान इस योजना से जुड़ें, और साथ ही इसके लिए जागरुकता कार्यक्रम भी चलाया जा रहा है, किसानों को अगर फल, फूल, मसाला या सब्जी की खेती से संबंधित किसी भी जानकारी या सहायता की जरूरत हो, तो वे अपने नजदीकी उद्यान विभाग कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।