
देश के सभी युवाओं के लिए एक बड़ी खबर है, जो सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है, अब आयुध निर्माणियों ने भी अब पक्की नौकरी से किनारा कर लिया है, जैसे अग्निवीर में जवानों को केवल चार साल के लिए रखा जा रहा है, ठीक उसी प्रकार अन्य नौकरियां भी ऐसी ही होने वाली है।
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कुछ समय पहले ही केंद्र सरकार के निगमीकरण के बाद सात रक्षा कंपनियां निश्चित अवधि के लिए भर्तियां कर रही है, यूनिशंस इंडिया लिमिटेड के बाद एडवांस वेपन्स एन्ड इक्विप्मेंट इंडिया लिमिटेड ने कॉन्ट्रैक्ट्स बेस पर पद निकाले है, आखिरी बार पांच साल से पहले नियमित भर्तियां की गई थी।
ट्रेडमैन के 53 पद
कॉन्ट्रेक्ट्स बेस भर्ती क्रेज धीरे -धीरे बढ़ रहा है, सरकारी के साथ निजी कंपनियां भी अब अपने काम और समय – सीमा के तहत यह भर्ती निकाल रही है, अब एडवांस वेपन्स एन्ड इक्विप्मेंट इंडिया लिमिटेड ने जबलपुर की गन कैरिज फैक्ट्री के लिए कॉन्ट्रैक्ट बेस पर निश्चित अवधि के लिए भर्तियां निकाली है, हालाँकि, ट्रेडमैन के 53 पद ही इनमें आधे पद एक्स सर्विसमैन और पूर्व कर्मचारियों के लिए भी है, मुख्य रुप से गनर, फिटर, एग्जामिनर, मशीनिष्ट और इलेक्ट्रोप्लेटर शामिल है।
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एलएफजी के लिए जरुरत
तकनीकी पदों पर काम करने के लिए भर्तियां निकाली जा रही है, इसमें केंद्र के रिटायर कर्मचारियों को भी रखा जा रहा है, जानकारों ने बताया है, की इसका मकसद जीसीएफ के पुराने प्रोजेक्ट को गति देना है, हाल ही में सेना से 18 लाइट फील्ड गन का आर्डर मिला है, इससे पहले अंतिम आर्डर 2018 में मिला था, इस बीच पूरी असेंबली लाइन बंद रही, अब उसे फिर से चालू किया जा रहा है, इस प्रोजेक्ट में काम करने वाले अनुभवी कर्मचारी सेवानिवृत हो गए, इस भर्ती के जरिए फैक्ट्री प्रबंधन प्रोजेक्ट से जुड़े कर्मचारियों को फिक्स वेतन पर भर्ती करने जा रहा है, और यह 30 से लेकर 39,525 रुपए तक है।
किस कारण हो रही ऐसी भर्तियां
केंद्र सरकार ने रक्षा कंपनियों का निगमीकरण किया है, अब यह कंपनियां अपनी खुद की HR पॉलिसी बनाएगी, इस वजह से आयुध फैक्ट्रियां भी कॉन्ट्रैक्स बेस पर भर्तियां निकाल रही है, जब तक पॉलिसी नहीं बनेगी, तब तक भर्तियां भी नियमित रुप से नहीं हो पाएगी, यही कारण है, है जिस वजह से कंपनी अपने प्रोजेक्ट के लिए कर्मचारी कॉन्ट्रैक्ट्स पर रख रही है, लेकिन कर्मचारियों द्वारा इस फैसले का विरोध किया गया है, उनका कहना है, की उन्हें नौकरी कॉन्ट्रैक्ट पर नहीं चाहिए।