
देश के सभी बैंक खाताधारकों के लिए बड़ी खुशखबरी है जो जानना आपके लिए बेहद आवश्यक है। जानकारी के लिए बता दें सेविंग अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस न रखने पर लगने वाले चार्ज को कई बड़े सरकारी बैंकों द्वारा खत्म कर दिया है। पहले बैंक खाते में मिनिमम बैलेंस रखना अनिवार्य था और यदि कोई व्यक्ति नहीं रखता था तो उसे हर महीने पेनल्टी देनी होती थी ऐसे में ग्राहकों को बड़ी दिक्क्त होती है। लेकिन अब बैंक ग्राहकों को इस समस्या से परेशान नहीं होना पड़ेगा। आइए इस पूरी खबर के बारे में ध्यान से पढ़ें हैं।
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इन बैंकों ने हटाए मिनिमम बैलेंस के रूल्स
देश के कई बड़े सरकारी बैंक जैसे इंडियन बैंक, एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ोदा एवं अन्य बैंकों ने मिनिमम बैलेंस के रूल्स को खत्म कर दिया है इससे उनके खाताधारकों बड़ी राहत प्राप्त हुई है। आइए इन बैंकों के बारे में जानते हैं।
- बैंक ऑफ इंडिया- हाल ही बैंक ऑफ इंडिया ने सेविंग्स आकउंट में रखने वाले मिनिमम बैलेंस के चार्ज को खत्म कर दिया है।
- इंडियन बैंक- सेविंग्स आकउंट में मिनिमम बैलेंस के चार्ज को खत्म इंडियन बैंक ने 7 जुलाई 2025 से खत्म कर दिया है।
- स्टेट बैंक ऑफ इंडिया- वर्ष 2020 से ही इस बैंक ने इस रूल्स को खत्म कर दिया है।
- यूनियन बैंक ऑफ इंडिया- यह बैंक सितंबर 2025 से मिनिमम बैलेंस न रखने वाले चार्ज को समाप्त कर रहा है।
- बैंक ऑफ बड़ौदा- सभी स्टैंडर्ड सेविंग्स अकाउंटस पर लगने वाली पेनल्टी को 1 जुलाई 2025 से इस बैंक ने समाप्त कर दिया है।
- केनरा बैंक- इस साल मई के महीने से इस बैंक ने रेगुलर सेविंग, सैलरी एवं एनआरआई खाते में लगने वाले चार्ज को हटा दिया है।
एवरेज मंथली बैलेंस क्या है?
बैंक में जब हम पहली बार खाता खोलते हैं तो उस समय आपको एक न्यूनतम राशि जमा करनी होती है लेकिन बाद में हम इसमें लेन देन करते रहते हैं ऐसे में हमे इस बात का ध्यान रखना है कि बैंक में एक निश्चित राशि का होना जरुरी है बैंक बैलेंस खत्म नहीं करना है इसे ही AMB (Average Monthly Balance) कहते हैं। अगर अकाउंट से यह राशि कम हो जाती है तो बैंक इसके लिए पेनल्टी चार्ज लगाते हैं।
लेकिन अब इस नियम को कई बैंकों ने हटा लिया है। यानी की अब ग्राहकों को बैंक में एवरेज मंथली बैलेंस रखने की जरुरत नहीं है। यह सुविधा उन लोगों के लिए फायदेमंद है जिनकी इनकम बहुत कम है अथवा आय का साधन नहीं है उन्हें अब बैंक में फिक्स्ड पैसा रखने की टेंशन नहीं लेनी होगी।